बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बेहद कठिन चुनौतियों से तैयार होता है भारत का बजट, वित्त मंत्रालय में 10 दिनों तक लग जाता है लॉकडाउन, हैरान कर देगी पूरी प्रक्रिया

बेहद कठिन चुनौतियों से तैयार होता है भारत का बजट, वित्त मंत्रालय में 10 दिनों तक लग जाता है लॉकडाउन, हैरान कर देगी पूरी प्रक्रिया

DESK: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूरक बजट आने में मात्र दो दिन का समय बचा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद में बजट पेश करेंगी। सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी। वित्त मंत्रालय ने बजट तैयार कर लिया है। हलवा सेरेमनी के साथ ही बजट पूरी तरह से तैयार होने की पुष्टि कर दी गई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बजट को कैसे तैयार किया जाता है। आज हम इस खबर के माध्यम से बताएंगे कि आखिर बजट दस्तावेज होता क्या है और इसे कैसे तैयार किया जाता है।   

10 दिनों तक घर भी नहीं जा सकते हैं अधिकारी और कर्मचारी

दरअसल, देश का बजट बेहद गोपनीय होता है और ये दस्तावेज तैयार करने के दौरान इसमें शामिल अधिकारी और कर्मचारी चाक चौबंद व्यवस्था में रहते हैं। खास बात ये है कि संसद में बजट पेश होने से 10 दिन पहले ही ये अधिकारी और कर्मचारी दुनिया से डिस्कनेक्ट हो जाते हैं। करीब 10 दिनों के लिए ये कर्मचारी अपनी घर तक नहीं जा सकते हैं। ना ही अधिकारियों के पास इनका मोबाइल फोन होता है। इन 10 दिनों को अगर मिनटों में बदला जाए तो बजट को अंतिम रुप देने वाले अधिकारी करीब 14,400 मिनट के लिए कैद में रहते हैं। 

वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक में लग जाता है लॉकडाउन 

इस दौरान वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक में बिल्कुल लॉकडाउन लगा रहता है। अधिकारी ना ही बाहर आ सकते हैं ना ही कोई बाहर का व्यक्ति अंदर जा सकता है। नॉर्थ ब्लॉक के प्रवेश और निकास द्वार पर CISF के अलावा दिल्ली पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारी तैनात रहते हैं। यह लोग उन लोगों पर नजर रखेंगे, जो बजट बनाने वाले अधिकारियों से मिलने जाएंगे। बजट की सुरक्षा की अहमियत आप इससे ही जान सकते हैं कि जब बजट तैयार करने के बीच कोई अधिकारी बीमार भी होते हैं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जाता है। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए डॉक्टरों की टीम मौके पर मौजूद रहती है। यह इस बात का उदाहरण है कि देश का बजट तैयार करना आसान बात नहीं, बल्कि हर बारीकियों पर बेहद सतर्कता के साथ निगरानी की जाती है, ताकि देश के बजट से जुड़ी जानकारियों पूरी तरह से गोपनीय रहें।

कड़ी सुरक्षा के बीच तैयार होता है बजट

बजट डॉक्यूमेंट बेहद ही अहम दस्तावेज होता है और इसे तैयार करने से लेकर छपाई तक कड़ी सुरक्षा के बीच होती है। यहां तक कि हर साल बजट बनाने से पहले नॉर्थ ब्लॉक में स्थित मंत्रालय के दफ्तर में बाहरी लोगों और मीडिया के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी जाती है। ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के मुताबिक, बजट डॉक्यूमेंट संसद में पेश होने के पहले तक एक तरह का खुफिया दस्तावेज होता है। अगर बजट से जुड़ी कोई जानकारी लीक होती है, तो फिर इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए संसद में पेश होने तक बजट को लोगों से छिपाकर रखा जाता है। 

वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में होती है बजट की छपाई

बजट संसद में पेश होने के 10 दिन पहले वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में स्थित प्रिंटिंग प्रेस में इसकी छपाई होती है। ये इतना गोपनीय काम होता है कि इससे जुड़े अधिकारी और कर्मचारी 10 दिनों के लिए पूरी दुनिया से कटे रहते हैं। इस काम से जुड़े करीब 100 अधिकारियों-कर्मचारियों को घर जाने की भी इजाजत नहीं होती है। इस दौरान अगर किसी विजिटर का आना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है, तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में अंदर भेजा जाता है। इस बीच मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से जाम रहता है और सिर्फ लैंडलाइन का ही इस्तेमाल दूरसंचार के लिए होता है।

Suggested News