DESK: भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार जिस तेजी से बढ़ रही है, उसी तेजी से बढ़ रही है उससे संबंधित गलतफहमियां और अंधविश्वास. हाल के दिनों में कोरोना और कोरोना टीके से संबंधित कई ऐसी भ्रांतियां, गलतफहमियां और अंधविश्वास की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इन्हें देखकर लोग एक बात तो कह सकते हैं कि भारत में कोरोना का खौफ कितना है. इसे खौफ नहीं तो और क्या कहेंगे, कि लोग किसी की भी बातों को मानकर कुछ भी उपाय करना शुरू कर दे रहे हैं. बस इस उम्मीद से कि कोरोना चला जाए या उन्हें कभी कोरोना का प्रकोप न झेलना पड़े.
फिलहाल अंधविश्वास का मामला सामने आया है मध्यप्रदेश के भोपाल के गुना जिले से, जहां कोरोना से डरे हुए लोगों ने गंदा पानी पीना शुरू कर दिया और फिलहाल यह सिलसिला जारी है. यहां बमोरी ब्लॉक के जोहरी गांव में एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है. किसी ने यहां नदी के पास एक गड्ढा खोदा तो उसमें गंदा-सा पानी निकल आया और लोगों ने इसे चमत्कार बता कर अफवाह उड़ा दी. लोग कहने लगे कि ‘इस पानी को पीने से कोरोना भाग जाएगा’. ऐसा सुनते ही लोगों के मन में कोरोना का प्रकोप, उससे जुड़े भ्रांतियां, सभी आ गई और पूरा का पूरा गांव दौड़ते-भागते उस गंदे पानी को पीने के लिए पहुंच गया. हालात यह है कि प्रशासन भी उसी जगह पर है, मगर वह भीड़ को संभालने में नाकाम नजर आ रहा है.
वहां के पटवारी महेंद्र सिंह धाकड़ भी इस अफवाह को सुनकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि यह नदी बीते दो-तीन महीने से सूखी पड़ी है. गहरा गड्ढा खोदने पर जगह से पानी निकल आया. यह पानी बहुत गंदा है और इसका रंग भी बिल्कुल भूरा है. अचानक ही लोगों में यह बात फैल गई है कि पानी को पीने से कोरोना भाग जाएगा और कोरोना की बीमारी कभी नहीं लगेगी. इसके बाद से ही लोग यहां पर आकर पानी पी रहे हैं और खुद को सुरक्षित समझ रहे हैं. पटवारी ने यह भी बताया कि उन्होंने कई लोगों को समझाने की कोशिश की है, मगर लोग रुक नहीं रहे और पानी पीते ही जा रहे हैं.
इस घटना के बाद से हम यही समझ सकते हैं कि देश में कोरोना का इलाज तो हो सकता है मगर अंधविश्वास और गलतफहमी का अब तक कोई इलाज नहीं है. इस गांव में कोरोना संक्रमित कितने लोग होंगे यह तो नहीं पता, मगर इस गंदे पानी को पीने से कई लोग बीमार जरूर पड़ जाएंगे.