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JDU में महाभारत ! मैं भी पिछड़ा..लोस टिकट का हूं दावेदार..जुलाई में हथियार डालने के बाद फिर खड़े हुए 'नीतीश' के MLC, इस बार नेतृत्व कैसे निबटेगा ?

JDU में महाभारत ! मैं भी पिछड़ा..लोस टिकट का हूं दावेदार..जुलाई में हथियार डालने के बाद फिर खड़े हुए 'नीतीश' के MLC, इस बार नेतृत्व कैसे निबटेगा ?

PATNA:  लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू के भीतर हलचल तेज हो गई है. सीट बंटवारे से पहले नीतीश कुमार के घऱ में सुलग रही आग की लौ बाहर निकलने लगी है. नीतीश कुमार के एमएलसी रामेश्वर महतो एक बार फिर से मुख्यमंत्री के निर्णय के खिलाफ जाते दिख रहे हैं. उपेन्द्र कुशवाहा के जेडीयू से अलग होने के बाद महतो ने कुशवाहा राग अलापना शुरू कर दिया था. जेडीयू एमएलसी ने तो जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री अशोक चौधरी के खिलाफ आग उगला था. हालांकि दबाव बढ़ा तो जुलाई महीने में ही रामेश्वर महतो ने नेतृत्व के समक्ष हथियार डाल दिए थे. बजाप्ता प्रेस कांफ्रेंस कर सबकुछ ठीक है का मैसेज देने की कोशिश की थी. एक बार फिर से वे जेडीयू नेतृत्व के खिलाफ जाते दिख रहे हैं.इस बार की नाराजगी सीतामढ़ी लोस सीट को लेकर है. पिछड़ा होने के नाते 'महतो' ने नेतृत्व के समक्ष अपनी दावेदारी पेश कर पार्टी को सकते में ला दिया है.   

देवेशचंद्र ठाकुर की दावेदारी का जेडीयू के अंदर ही विरोध 

सीतामढ़ी लोकसभा सीट को लेकर जेडीयू के अंदर ही घमासान छिड़ गया है. नीतीश कुमार ने उक्त सीट से अपने बेहद खास देवेश चंद्र ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय ले लिया है. ये वर्तमान में विप के सभापति है. देवेश चंद्र ठाकुर ने हाल ही में नेतृत्व के निर्णय को सार्वजनिक किया है. विधान परिषद सभापति ने ऐलान किया था कि नेतृत्व ने उन्हें सीतामढ़ी सीट से लोस का चुनाव लड़ने को कहा है. इसे लेकर वे तैयारी में जुटे हैं. इसी बीच देवेश चंद्र ठाकुर का विरोधी गुट भी सक्रिय हो गया है. सीतामढ़ी में विरोध के स्वर दिखने लगे हैं. विरोधी गुट में जेडीयू एमएलसी रामेश्वर महतो भी शामिल हैं. 

नेतृत्व के समक्ष हथियार डालने के बाद विरोध में फिर से खड़े हुए रामेश्वर महतो 

सीतामढ़ी लोकसभा सीट पर जेडीयू की तरफ से उम्मीदवार के नाम का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है. इसके पहले ही विवाद गहरा गया है. विप सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने पार्टी के निर्णय की जानकारी दी, इसके बाद से ही जेडीयू में घमासान है. सीतामढ़ी सीट को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने रविवार को जेडीयू महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान के आवास पर बैठक की. जिसमें तय़ हुआ कि सीतामढ़ी सीट पर महागठबंधन की ओर से कोई पिछड़ा चेहरा को ही उम्मीदवार बनाया जाए. बजाप्ता इसकी तस्वीर भी जारी की गई है. तस्वीर में जेडीयू के विधान पार्षद रामेश्वर महतो,पूर्व मंत्री रंजू गीता समेत जेडीयू-राजद के कई पूर्व विधायक-पूर्व एमएलसी दिख रहे हैं. जेडीयू एमएलसी रामेश्वर महतो ने न्यूज4नेशन से बातचीत करते हुए कहा कि वहां से किसी पिछड़ा को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए. हमलोगों ने कल बैठक की थी .आज मंत्री विजय चौधरी से मिलकर उन्हें अवगत कराया है. हमलोगों की मांग है कि सीतामढ़ी से पिछड़ा वर्ग के नेता को टिकट मिलना चाहिए. जब उनसे पूछा गया कि आप भी पिछड़ा वर्ग से आते हैं..तो क्या आप भी उम्मीदवारों की रेस में हैं ? इस पर रामेश्वर महतो ने कहा कि क्यों नहीं...हम क्यों नहीं लड़ सकते चुनाव ? उन्होंने कहा कि जिन्होंने सीतामढ़ी से जेडीयू कैंडिडेट होने की बात कही है, इस बारे में नेतृत्व ने तो अभी तक कुछ नहीं कहा है. देवेश चंद्र ठाकुर ने अपनी दावेदारी पेश की है, इस पर हमारे नेता नीतीश कुमार ने कुछ नहीं कहा है.  

बता दें, जेडीयू विधान पार्षद रामेश्वर महतो का कार्यकाल 6 मई 2024 को खत्म हो रहा है. इसके पहले उन्होंने लोकसभा टिकट की दावेदारी पेश कर एक बार फिर से जेडीयू नेतृत्व को चुनौती दे दी है. अब देखना होगा कि नीतीश कुमार आगे क्या निर्णय लेते हैं. 


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