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बेउर जेल में अब परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर, ऊंची हुई चहारदीवारी, जगह जगह लगाए गए मूबेवल कैमरा, कैदियों के साथ साथ अब अधिकारियों पर भी रहेगी पैनी नजर

बेउर जेल में अब परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर, ऊंची हुई चहारदीवारी, जगह जगह लगाए गए मूबेवल कैमरा, कैदियों के साथ साथ अब अधिकारियों पर भी रहेगी पैनी नजर

PATNA: पटना की बेउर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बेउर जेल की चहारदीवारी और ऊंची कर दी गई है। इसकी जानकारी बेउर जेल के अधीक्षक विभु कुमार ने दी है। दरअसल, आदर्श केंद्रीय कारा, बेउर की सुरक्षा के इंतजाम और भी सख्त होगी।चहारदीवारी और ऊंची कर दी गई है। घनी आबादी वाले क्षेत्र में बनी इस जेल की चारदीवारी के बाहर से प्रतिबंधित पदार्थ व अन्य आपत्तिजनक सामान अंदर फेंकने एवं कैदी की सुरक्षा पर संकट बना रहता था। 

साथ ही जेल की सुरक्षा को सेंध लगाये जाने की आशंका भी रहती थी। चहारदीवारी को ऊंचा करने के बाद ऐसी समस्याएं और संशय पर विराम लग जाएगा। इसके अलावा सुरक्षाकर्मियों की संख्या में इजाफा की गई है। हाइटेक सीसीटीवी कैमरे से लैस हो रहे जेल के हर वार्ड के अंदर से लेकर बाहर तक मूवेबल कैमरे लगाए जाएंगे। पहले जहां 41 कैमरे थे, अब कैमरे की संख्या बढ़कर 470 हो जाएंगे। इन सभी कैमरों का कनेक्शन जेल अधीक्षक से लेकर अन्य अधिकारियों के कार्यालय के टीवी स्क्रीन से होगा। यहां से 24 घंटे प्रत्येक बंदी से लेकर वहां तैनात सभी कर्मचारी की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। 

कैमरों का कनेक्शन सीसीटीएनएस से भी रहेगा और डाटा स्टोर किया जाएगा। इसके साथ ही जेल की दीवारें जहां पहले 18 फीट थी, अब 21 फीट कर दी गई है। इन कैमरों को कैसे और कहां लगाना है, उन स्थानों की पहले ही पहचान की जा चुकी है। जेल गेट, परिसर, गैलरी, वार्ड, मैदान, किचन सहित हर जगह कैमरे होंगे। इसके साथ ही वार्ड के अंदर भी मूबेवल कैमरे होंगे, जिसमें कुछ पीटीजेड हैं। इसमें नाइट विजन कैमरे भी शामिल हैं। इन कैमरों को लगाने के लिए सर्वे हो चुका है। हालांकि, 14 अतिरिक्त कैमरे लगाए गए हैं, जिसका कनेक्शन जेल अधीक्षक के कार्यालय में टीवी स्क्रीन पर है।

वहीं अपराधियों से मुलाकात के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कैदियों से मिलने के लिए पहले मुलाकाती कक्ष बनाए गए थे। लेकिन, अब मुलाकाती कैदियों को सीधे सामान सुपुर्द नहीं कर सकेंगे। पहले मुलाकाती कैदियों को स्वंय सामान सौंप दिया करते थे, लेकिन अब वे अपने साथ लाए गए सामान को सिपाहियों को देंगे। सामान की तलाशी लेने के बाद उसे कैदियों तक पहुंचाया जाएगा। इससे चूक की गुंजाइश नहीं रहेगी और किसी तरह का आपत्तिजनक सामान जेल के अंदर तक नहीं पहुंच पाएंगे। इसके साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए एक शेड बनाया गया है।

मालूम हो कि, हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है कि कैदी मोबाइल के जरिए बाहरी दुनिया के संपर्क में रहते हैं। गुरुवार को जेल प्रशासन ने कारा अस्पताल के आसपास से पांच मोबाइल और मादक पदार्थ बरामद किए थे। अब केंद्र की एक योजना के तहत जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बताया जाता है कि जैमर की रेंज बेउर जेल के पूरे परिसर तक होगी। जैमर की रेंज में आते ही मोबाइल टावर गायब हो जाएगा।

पटना से रीतिक की रिपोर्ट 

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