DESK: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने शहर के साथ-साथ गांव को भी अपने जद में ले लिया है. साल 2020 की बात करें तो कोरोना वायरस की शुरुआत में केवल शहरों और महानगरों में इसका प्रकोप देखा जा रहा था. हालांकि साल 2021 में यह बीमारी गांव और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी पहुंच गई है. गांव के हालात शहरों से बिल्कुल जुदा है. यहां लोगों को कोरोना से ज्यादा इस बात का खौफ है कि अगर वह गांववालों को बताते हैं कि वह संक्रमित हैं तो उन्हें बॉयकॉट कर दिया जाएगा. इस वजह से गांव में कोई किसी को संक्रमण होने की सूचना भी नहीं देता है और कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका काफी हद तक बढ़ जाती है. गांव के लोगों में तरह-तरह के अंधविश्वास और गलतफहमियां भी कोरोना को लेकर फैली हुई है. इसवजह से वहां कई गांव में लोगों ने टीकाकरण भी नहीं करवाया है.
इन सबके बीच ओडिशा के सोनारीपोसी गांव में ग्रामीणों द्वारा पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की पिटाई का मामला सामने आया है. दरअसल यह पुलिस और प्रशासनिक कर्मी गांव के किसी कोरोना संक्रमित मरीज का शव लेकर अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे. लोगों को जब इसकी सूचना मिली तो गांव वाले काफी नाराज हो गए. उनका मानना था कि अगर ऐसा यहां हुआ तो गांव में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा और हालात बिगड़ जाएंगे. देखते ही देखते बड़ी संख्या में गांव वाले मौके पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन को घेर लिया. इसके बाद उन्होंने उनकी पिटाई कर दी.
इस पूरी घटना पर मयूरभंज के एसपी स्मिथ परमार ने जानकारी दी है कि ठाकुरमुंडा पुलिस ने केस दर्ज किया है और सात लोगों न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. मामले की जांच जारी है. ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राज्य में रोजाना बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं. इस समय ओडिशा में संक्रमण के कुल मामले 6 लाख से अधिक हैं. साथ ही 2300 से अधिक लोगों की मौत अब तक हो चुकी है.