PATNA : पटना का शानदार मॉल, जहां एक शानदार ऑफिस, जिसे देखने के बाद कोई भी यकीन नहीं कर पाएगा कि यहां ठगी का धंधा चल रहा है। यहां से छात्रों को भविष्य के बेहतर डॉक्टर बनने का सपना बेचा रहा है। जब यह सपना टूटा तो सबकुछ खत्म हो चुका। न वो ऑफिस था, न डॉक्टर बनने का सपना पूरा हुआ।
यह सारा मामला राजधानी के व्यस्त और बेहद पॉश इलाके बोरिंग रोड चौराहे से जुड़ा है। जहां स्थित जीबी मॉल के चौथे तल्ले पर किराए के कमरे में करियर काउंसिलिंग के नाम से सेंटर खोला गया था। कहने को तो यहां से छात्रों को देश के बड़े बड़े मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के दाव किए जाते थे। लेकिन इनका मुख्य मकसद भोले भाले छात्रों से एडमिशन के नाम पर पैसे ऐंठना था। जिसमें वह कामयाब भी हो गए।
35 करोड़ का लगाया चूना
इस करियर काउंसलिंग सेंटर से देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई कोटे से एडमिशन कराने का झांसा देकर शातिरों ने 30 से 35 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। पटना, भागलपुर, दरभंगा, रांची जैसे शहरों के 100 से अधिक छात्रों से यह ठगी की गई है। ठगी के इस मामले में एसकेपुरी थाने में केस दर्ज कराया गया है।
ऐसे सामने आई सच्चाई
यही नहीं पैसा लेने के बाद छात्रों को दाखिले से संबंधित फर्जी लेटर भी थमा दिया गया लेकिन जब छात्र संबंधित कॉलेजों में दाखिला लेने गए तब उन्हें पता चला कि लेटर फर्जी है। ऐसे में दफ्तर बंद कर शातिर भाग गए।
इस मामले में ठगी के शिकार छात्रों की ओर से संस्थान के निदेशक उज्ज्वल सिंह, ब्रांच हेड शुभम कुमार, अर्णव सिंह, काउंसलर कुंदन कुमार, हीरालाल, खुशबू कुमारी व रंजन कुमार के खिलाफ एसकेपुरी थाने में नामजद केस दर्ज कराया गया है। पुलिस केस दर्ज कर मामले की तलाश में जुट गई है।
ठगी के इस मामले में केस दर्ज होने की पुष्टि एसकेपुरी थाना प्रभारी सतीश सिंह ने की है। बताया कि जक्कनपुर निवासी संगीता कुमारी, दानापुर आरपीएस मोड़ निवासी सुलेखा चौबे व दरभंगा निवसी विकास कुमार, रोहतास निवासी श्याम बिहारी सिंह, भागलपुर निवासी कंचन कुमारी, रांची निवासी राजेश सिन्हा, औरंगाबाद निवासी सुधी रंजन आदि ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। संस्थान से जुड़े आरोपितों के नाम व पते का सत्यापन किया जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।