पटना. केंद्र सरकार द्वारा भारत के प्रतीक चिन्ह अशोक स्तम्भ और सत्यमेव जयते में बदलाव करने के मुद्दे पर एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। ये पटना के कुम्हरार पार्क के पास पटना बुद्धिजीवी संस्था द्वारा आयोजित की गई थी।
इसमें पटना हाइकोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा, पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद, अधिवक्ता रामजीवन सिंह, उदय कुमार सहित बड़ी संख्या में वकील और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि ये राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तम्भ और सत्य मेव जयते हमारे संस्कृति और इतिहास की पहचान है। इसमें किसी प्रकार का परिवर्तन करना विरासत के प्रति अनादर होगा। उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने विचार व्यक्त किया है, उस पर भी पुनः विचार करने की जरूरत है।
पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद ने कहा कि अशोक स्तम्भ बिहार के गौरव और अस्मिता से जुड़ा है। इसकी पहचान बदला जाना कानून और बिहार की जनसंवेदना को ठेस पहुचांने वाला है। अधिवक्ता रामजीवन सिंह, उदय कुमार व अन्य कई अधिवक्ताओं ने इस सन्दर्भ में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इन प्रतीक चिन्हों में परिवर्तन करने की जगह वर्तमान स्वरूप में बने देना सही होगा।