पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विधानसभा में माताओं बहनों का अपमान करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरोप लगाने पर जदयू ने पीएम मोदी को फिजिकली डिस्टर्ब बताते हुए तंज कसा है. जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बुधवार को कहा कि नीतीश कुमार पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाना अनुचित है. सीएम नीतीश ने विधानसभा में जो बातें कही उस पर जब लोगों ने आपत्ति जताई तो उन्होंने तुरंत उसके लिए माफी मांग ली. यह नैतिक साहस सिर्फ नीतीश कुमार में है जबकि महिलाओं का अपमान करने वाले पीएम मोदी ने आज तक अपने महिला विरोधी टिप्पणियों के लिए कभी माफी नहीं मांगी है.
पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए नीरज कुमार ने कहा कि वर्ष 2012 कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर नरेंद्र मोदी ने कहा था – ‘वाह क्या गर्लफ्रेंड है.’ मोदी ने तब सुनंदा पुष्कर को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड कहा था. इसी तरह प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने संसद में आधार पर चर्चा के दौरान कांग्रेस की रेणुका चौधरी के हंसने पर अमर्यादित टिप्पणी की थी. तब पीएम मोदी ने कहा था- ‘रामायण के बाद ऐसी हंसी आज ही सुनने को मिली है.’
नीरज ने कहा कि न सिर्फ पीएम मोदी बल्कि भाजपा के कई नेता इसी तरह विवादित टिप्पणी करते रहे हैं. 2017 में भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने एक महिला शिक्षिका के गाने की गुजारिश करने पर उन्हें मंच से से कार्रवाई करने की धमकी देकर अपमानित किया था. भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि खराब कपड़ों में महिला शूर्पनखा की तरह दिखती है. गुजरात विधानसभा में भाजपा अध्यक्ष पोर्न देखते पकड़े गए.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने न तो अपने किसी बयान पर माफी मांगी है और ना ही भाजपा नेताओं के महिला विरोधी बयानों पर माफी मांगी है. ऐसे में अगर कोई नीतीश कुमार के बयान पर उन्हें मैंटली डिस्टर्ब कहता है तो क्या पीएम मोदी को उनके बयानों के लिए फिजिकली डिस्टर्ब कहा जाए.