MUZAFFARPUR : ना अपहरण, ना ही दुष्कर्म और ना ही नाबालिग ! पारु के चर्चित हत्याकांड में पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के पारु थाना क्षेत्र के लालू छपरा पंचायत के गोपालपुर गांव का है जहाँ बीते दिनों पारू थाना क्षेत्र में एक गांव के ही संजय राय द्वारा महादलित नाबालिग का अपहरण के बाद दुष्कर्म कर हत्या कर देने के आरोप को लेकर पीड़ित परिवार के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। जिसका नेतृत्व एसडीपीओ सरैया कुमार चंदन कर रहे थे। साथ में डिआईयू और विशेष टीम लगातार आरोपी संजय राय की गिरफ्तारी को लेकर मुजफ्फरपुर के साथ साथ कई जिलों में छापेमारी कर रही थी। वहीँ दूसरी तरफ कई राजनीतिक दल के नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और सरकार और स्थानीय प्रशासन पर जमकर हमला बोला था। मामले में जब विशेष टीम के द्वारा आरोपी संजय राय की गिरफ्तारी नहीं हुई तो घटना के महज 6 दिनों के अंदर ही मुजफ्फरपुर पुलिस ने आरोपी संजय राय के घर पर बुलडोजर चलवा दिया था।
वही कुर्की जप्ति के दो दिनों के बाद ही मामले के मुख्य आरोपी संजय राय को अररिया जिले से विशेष टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर मुख्य आरोपी के तीन अन्य सहयोगियों को भी पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर पूरे मामले का सफलतापूर्वक उद्वेदन कर दिया। अब पूरे मामले को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक बार फिर एक बड़ा खुलासा किया है।
पुलिस के द्वारा किए गए अनुसंधान में यह बातें सामने आई है कि पीड़ीत परिवार द्वारा दिए गए आवेदन में अपनी बेटी को नाबालिग बताया गया था। लेकिन अनुसन्धान में पता चला की वह बालिग है। सूत्रों की माने तो मृतिका का नाम रूपम कुमारी है और उसका डेट ऑफ बर्थ स्कूल के अनुसार 15 अप्रैल 2005 है। अब सबसे बड़ी बात यह है की पुलिस के अनुसार ना तो युवती का अपहरण किया गया और ना ही उसके साथ दुष्कर्म किया गया और ना ही वह नाबालिग थी तो क्या यह पूरा मामला सोची समझी कहीं साजिश तो नहीं।
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट