PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है। वहीं सीएम एक बार फिर एनडीए में शामिल होकर बिहार में एनडीए की सरकार बना ली है, और रिकार्ड नौवीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ भी ग्रहण कर ली है। इस राजनीतिक उलटफेर के बाद सीएम नीतीश विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। सीएम नीतीश पर विपक्ष लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में जन सुराज अभियान के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी सीएम नीतीश पर हमला बोला है। साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा है।
पलटूराम हैं पीएम और शाह
उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार पलटूराम हैं यह तो बिहार का बच्चा बच्चा जानता है। लेकिन वर्तमान में बिहार की राजनीति में हुई बदलाव को देख के लगता है कि पीएम मोदी और अमित शाह भी उतने ही बड़े पलटूराम हैं। दरअसल, अमित शाह ने कुछ महीने पहले एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि बिहार का एक-एक आदमी कान खोल कर सुन लें नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। वहीं सीएम नीतीश ने भी कहा था कि, मर जाएंगे लेकिन बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। वहीं वर्तमान में जदयू और बीजेपी की गठबंधन की सरकार बिहार में बन गई है।
दरवाजे का कुंडी लगाना भूल गए शाह
अमित शाह के इस बयान पर हमला बोलते हुए पीके ने कहा कि, लगता है अमित शाह ने दरवाजा ठीक से बंद नहीं किया था। या अमित शाह दरवाजा तो ठीक से बंद किए लेकिन कुंडी लगाना भूल गए थे। इसलिए फिर पलट कर नीतीश कुमार के साथ चले गए। अभी कुछ दिन पहले जो हुआ उससे ये भी पता चला कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी उतने ही बड़े पलटूराम हैं।
नीतीश कुमार केवल सरदार हैं, बाकी नेता भी पलटूराम हैं
इसके साथ ही पीके ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, तेजस्वी यादव साल भर पहले नीतीश कुमार को पलटूराम बता रहे थे पर जैसे ही नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को उप-मुख्यमंत्री बनाया तो तेजस्वी नीतीश को विकास का मसीहा बताने लगे। जब विपक्ष में थे तो शराब में उनको माफियागिरी दिख रही थी पर ठीक जैसे ही उनको उप-मुख्यमंत्री बनाया गया तो नीतीश कुमार में उनको अपना राजनीतिक गुरु दिखने लगा, तो सिर्फ नीतीश कुमार पलटूराम नहीं हैं। नीतीश कुमार सिर्फ पलटूराम के सरदार हैं, बाकी सभी नेता भी उतने ही बड़े पलटूराम हैं।