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मुंगेर में अभिलेख चोरी करने वाला मुंशी गिरफ्तार, निबंधन कार्यालय के रिकार्ड रूम से की थी चोरी, छह पन्ना फाड़ कर गायब करने के आरोप में धराया

मुंगेर में अभिलेख चोरी करने वाला मुंशी गिरफ्तार, निबंधन कार्यालय के रिकार्ड रूम से की थी चोरी, छह पन्ना फाड़ कर गायब करने के आरोप में धराया

मुंगेर: निबंधन कार्यालय के रिकार्ड रूम से अभिलेख चोरी करने वाले मुंशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.  रिकार्ड रूम के प्रधान लिपिक के आवेदन पर कोतवाली में केस दर्ज हुआ .इसके साथ हीं इस मामले में  निबंधन कार्यालय की लापरवाही सामने आई है. जानकारी के अनुसार  रेकॉर्ड रूम के मुहाफिज (प्रधान लिपिक)ने बिना किसी आवेदन के ही मुंशी को अभिलेक दिया था .

मुंगेर में किला परिसर स्थित जिला निबंधन कार्यालय के रिकार्ड रूम से एक मुंशी द्वारा अभिलेख की चोरी करते रिकार्ड रूम के ही प्रधान क्लर्क ने पकड़ लिया. जिसे रजिस्ट्रार के समक्ष प्रस्तुत किया गया. रजिस्ट्रार ने कोतवाली थाना को सूचित करते हुए रिकार्ड रूम के प्रधान क्लर्क शैयद मो.जियाउद्दीन को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया.

 सूचना पर पहुंची कोतवाली थाना की पुलिस मुंशी लल्लू पोखर कृष्णा रोड निवासी विनोद कुमार को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. रजिस्टार अनू कुमार ने बताया कि  मुंशी विनोद कुमार जमीन के दस्तावेज का नकल निकालने के उद्देश्य से रिकार्ड (जिल्द) का मुआयना करने अभिलेखागार गए थे. इस दौरान रिकार्ड के मूल दस्तावेज के अभिलेख से बीच का 06 पन्ना फाड़ कर बाहर होटल में बैठे किसी परिचित को दे दिया. यह नजारा रिकार्ड रूम के प्रधान सहायक ने देख कर इसकी सूचना उन्हें दी.  इसके पश्चात मुंशी को बुलाकर फाड़ा गया दस्तावेज बरामद किया गया. साथ ही इसकी सूचना कोतवाली थाना को देते हुए मुंशी के विरूद्ध मूल अभिलेख फाड़ने के आरोप में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई.  कोतवाली थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी ने बताया कि निबंधन कार्यालय में दस्तावेज फाड़ने वाले मुंशी को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रधान क्लर्क के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.

इस मामले में निबंधन कार्यालय के प्रधान लिपिक की लापरवाही भी सामने आई है जिससे आगे भी भविष्य में हो सकती है इससे भी बड़ी वारदात, रेकॉर्ड रूम के मुहाफिज (प्रधान लिपिक) शैयद मो.जियाउद्दीन ने बिना किसी आवेदन के ही मुंशी विनोद कुमार जमीन के दस्तावेज का नकल निकालने के उद्देश्य से रिकार्ड (जिल्द) का मुआयना करने को दिया था अभिलेख, घटना के बाद खुद को बचाने के लिए आवेदन पर मुंशी से कराया हस्ताक्षर, जबकि अभिलेख के मुआयना करने का तरीका ये है कि किसी भी मुंशी को अभिलेख (दस्तावेज) को देखने के लिए सबसे पहले एक आवेदन अभिलेखागार के प्रधान लिपीक (मुहाफिज) को देना पड़ता है जिसमें संबंधित जमीन का व्योरा भरा होता है परंतु इस मामले में ये आवेदन मुंशी से नहीं लिया गया था और जब घटना घटी तो आनन फानन में सादे आवेदन पर मुंशी विनोद कुमार से हस्ताक्षर करवाया गया.


इम्तियाज खान की रिपोर्ट

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