PATNA: बिहार से राज्यसभा के रिक्त दो सीटों के लिए बार काउंसिल अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा और रालोमो अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा निर्विरोध निर्वाचित किए गए है। मंगलवार को दोनों के निर्वाचन की घोषणा की गई और उन्हें सर्टिफिकेट दिया गया। दरअसल, मंगलवार को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी। हालांकि इन दोनों नेताओं के अलावा किसी ने भी नामांकन नहीं किया। जिसके कारण नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद उनके निर्वाचन की घोषणा कर दी गई।
बता दें कि, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा करीब 12 साल के बाद राज्यसभा पहुंचे हैं। हालांकि उनका कार्यकाल दो साल का होगा। जबकि ममन मिश्रा का कार्यकाल 4 साल का रहेगा। ज्ञात हो कि इसके साथ ही राज्यसभा में बीजेपी की ताकत बढ़ गई है। बिहार के 16 राज्यसभा सीटों में से 10 सीटों पर एनडीए का कब्जा हो गया है।
राजद नेत्री और लालू यादव की बेटी मीसा भारती और बीजेपी नेता विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ये दोनों सीटें खाली हुई थी। इन दोनों सीटों पर अब एनडीए का कब्जा है। मालूम हो कि, राज्यसभा में बिहार से कुल 16 सांसद हैं। इनमें 14 सीटों में से 8 पर पहले से एनडीए का कब्जा था। अब संख्या बढ़कर 10 हो गया है। वहीं, इंडिया गठबंधन के पास 6 सीटें हैं। अगर दलों की बात की जाए तो बिहार में अभी बीजेपी के 5, जदयू के 4, आरजेडी के 5 और एक कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं। उपेंद्र कुशवाहा की जीत के बाद अब राष्ट्रीय लोक मोर्चा के भी एक सांसद हो गए हैं।
वहीं उपेंद्र कुशवाहा के निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद उनके समर्थक विधानसभा परिसर पहुंचे थे। कुशवाहा के विजयी सर्टिफिकेट लेने के बाद उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। वहीं, कुशवाहा ने गाड़ी से बाहर निकलकर समर्थकों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा 'शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार का मुद्दा पहले की तरह ही सदन में उठाते रहेंगे। वंचितों, पिछड़ों और सामान्य जाति के गरीब लोगों का सावल सदन में मजबूती से उठाएंगे।'