पटना- बिहार विधान परिषद की एक सीट को ले एनडीए में हुई तनातनी को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजा जा सकता है. इस पर एनडीए में बातचीत चल रही है. बिहार विधान परिषद की एक रिक्त सीट पर जदयू के प्रत्याशी दिए जाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा नाराज हो गई है. उसकी नाराजगी को दूर करने को लेकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा को राज्यसभा की एक सीट दिए जाने पर बातचीत हो रही है.
जदयू के नेता भगवान सिंह कुशवाहा ने विधान परिषद की रिक्त सीट पर उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा कि वे दो जुलाई को नामांकन दाखिल करेंगे. इस घोषणा के बाद ही राष्ट्रीय लोक मोर्चा के माधव आनंद ने कहा कि भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही वादा किया था कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा को लोकसभा और विधान परिषद की एक-एक सीट मिलेगी.इसके बाद किसी के नाम की घोषणा ठीक नहीं है. यह सीट रामबली सिंह चंद्रवंशी की सदस्यता रद्द करने के कारण रिक्त हुई है. कयास है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा की नाराजगी दूर करने के लिए उसे राज्यसभा की खाली हुई सीट दी जा सकती है. कथित तौर पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजा जा सकता है.
बता दें डॉ. मीसा भारती के लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र से विजयी होने के बाद राज्यसभा में उनकी सीट खाली हुई है. तो वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर के नवादा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद उनकी राज्यसभा सीट खाली है.अब इन दोनों सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिन पर एनडीए की जीत तय मानी जा रही है. एक सीट पर भाजपा तो दूसरी जदयू के खाते में जा सकती है. कथित तौर पर उपेंद्र कुशवाहा जदयू के कोटे से राज्यसभा जा सकते हैं.