दिल्ली- 8 जून से संसद का ग्रीष्मकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. इसी सत्र में नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होना है. एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा खुद अपना स्पीकर बनाना चाहती है. तो दूसरी तरह गठबंधन की सहयोगी चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू भी स्पीकर की कुर्सी पर दावा ठोक रही है.
स्पीकर की कुर्सी के लिए भाजपा नेता डी. पुरंदेश्वरी का नाम सबसे आगे है. बीजेपी, राजमुंदरी से जीतकर आईं पुरंदेश्वरी को स्पीकर बनाकर एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी में है.
आंध्र प्रदेश की भाजपा अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का नाम 18वीं लोकसभा में अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है.टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन हैं. वे नायडू की साली हैं. ऐसे में टीडीपी के लिए उनकी उम्मीदवारी का विरोध करना आसान नहीं होगा. कम संख्या होने की वजह से भारतीय जनता पार्टी को समझ में आ गया है कि सरकार बनाने के लिए उन्हें दो करीबी सहयोगियों टीडीपी और जदयू पर निर्भर रहना होगा
आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और राजमुंदरी से सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी 18वीं लोकसभा में अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. पुरंदेश्वरी टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन हैं. दग्गुबाती पुरंदेश्वरी नायडू की साली हैं. ऐसे में टीडीपी के लिए उनकी उम्मीदवारी का विरोध करना आसान नहीं होगा.प्रमुख सहयोगी टीडीपी और जेडीयू को दो-दो मंत्री पद मिले हैं. इनमें एक कैबिनेट रैंक और एक राज्य मंत्री का पद शामिल है. हालांकि, एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि लोकसभा स्पीकर का पद किसे मिलेगा?
जदयू के नेता केसी त्यागी ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया है कि उनका दल स्पीकर के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार का समर्थन करेगा। इससे यह तो स्पष्ट है कि जदयू अपना कोई उम्मीदवार नहीं लाने जा रही है, लेकिन यह भी देखना होगा कि क्या जदयू भाजपा के उम्मीदवार पर अपनी सहमति जरूरी समझती है या इसे भाजपा पर ही छोड़ देती है.