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किडनी ट्रांसप्लांट के लिए नहीं जाना पड़ेगा बिहार से बाहर, पटना एम्स में इस दिन से मिलेगी सुविधा...

किडनी ट्रांसप्लांट के लिए नहीं जाना पड़ेगा बिहार से बाहर, पटना एम्स में इस दिन से मिलेगी सुविधा...

PATNA: बिहार के लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। कभी वे राजधानी दिल्ली और अन्य राज्य तो कभी देश के बाहर यानि विदेश में जाकर भी अपनी किडनी सप्लांट करवाते हैं। ऐसे में उनको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनके खर्च में भी बढ़ोत्तरी हो जाती है। ऐसे में बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, मिली जानकारी अनुसार पटना एम्स में जल्द ही किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरु होने जा रही है। इससे बिहार के लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्य के सहारे नहीं रहना होगा। 

बता दें कि, बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानव अंग और ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 के तहत एम्स पटना को किडनी प्रत्यारोपण की मंजूरी दे दी गई है। जिसके बाद अब अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले माह यानी अगस्त से पटना एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो जाएगी। एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक और सीईओ डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने कहा कि ट्रांसप्लांट अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विशिष्टताओं के सात डॉक्टरों की एक टीम ने पीजीआई, चंडीगढ़ में औपचारिक अल्पकालिक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है।     

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले टीम में डॉ. कमलेश गुंजन, डॉ. विपिन चंद्रा, डॉ. अभ्युदय कुमार, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. उपासना सिन्हा, डॉ. तरुण कुमार और डॉ. जुटांग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और एनेस्थिसियोलॉजी विभाग, किडनी प्रत्यारोपण के लिए महत्वपूर्ण हैं। उक्त विभाग अच्छी तरह से कार्य कर रहे हैं। यहां रेडियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी और कार्डियोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम मौजूद है।

यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. कमलेश गुंजन ने कहा कि पहले चरण में किडनी प्रत्यारोपण तभी शुरू होगा, जब मरीजों को रक्त संबंधी डोनर से किडनी मिलेगी। दूसरे चरण में, संस्थान कैडवेरिक ट्रांसप्लांट शुरू करेगा, जहां ब्रेन डेड मरीजों के परिजनों की सहमति से किडनी निकाली जाएगी। डॉ. गुंजन ने कहा, हमारे पास पहले से ही पांच डायलिसिस मरीज हैं, जो प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे हैं। इनकी सर्जरी के लिए विभिन्न परीक्षण किए जा रहे हैं।

एम्स पटना में अत्याधुनिक गहन देखभाल इकाई है जिसमें कार्डियक आउटपुट मॉनिटर और ईसीएमओ आदि जैसे अपडेट उपकरण और सुविधाएं हैं। एम्स पटना में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा के शुरू होने के बाद बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर पूर्वी राज्यों और यहां तक कि उत्तर प्रदेश और ओडिशा के आसपास के जिलों के मरीजों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में यहां के मरीजों को ट्रांसप्लांट के लिए एम्स नई दिल्ली और पीजीआई, चंडीगढ़ जाना पड़ता है।

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