बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बालक बुद्धि जब पूरी तरह से सवार हो जाती है तो ये सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं, संसद मे कुछ इस तरह से पीएम ने ली राहुल गांधी पर चुटकी

बालक बुद्धि जब पूरी तरह से सवार हो जाती है तो ये सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं, संसद मे कुछ इस तरह से पीएम ने ली राहुल गांधी पर चुटकी

NEW DELHI : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर किए संबोधन में आज प्रधानमंत्री के निशाने पर राहुल गांधी रहे। उन्होंने पहले हिंदूओं को हिंसक  बताने को लेकर राहुल गांधी और उनका साथ देनेवालों को जमकर सुनाया। पीएम ने हिन्दूओं के अपमान को सोची समझी साजिश बताया।  इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी की तुलना गले पड़ने वाले बालक से कर दी। इस दौरान राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए उन्होंने रोचक किस्से भी सुनाए।



पहला किस्सा: मन बहलाना

पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना एक किस्सा सुनाया। कहा, 'कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला। वह गिर गया, रोने लगा तो कोई बड़ा आकर कहता है कि देखो चींटी मर गई, चिड़िया मर गई। ऐसा कहकर बड़े बच्चे का मन बहला देते है। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है।'



दूसरा किस्सा: 100 में 99 नहीं, 543 में 99

पीएम ने कहा- 1984 के चुनावों को याद कीजिए। तब से 10 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। तब से कांग्रेस 250 के आंकड़े को छू नहीं पाई है। इस बार 99 के चक्कर में फंस गए हैं। मुझे एक किस्सा याद आता है। एक बच्चा 99% मार्क्स लेकर घूम रहा था। लोगों की वाहवाही ले रहा था। टीचर ने कहा कि ये 100 में से 99 नंबर नहीं लाया, 543 में से लाया है।



तीसरा किस्सा: अपनी गलती कभी नहीं बताते

मोदी ने कहा, 'एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। मां भी डरी कि क्या हो गया। बच्चा बोला- मुझे स्कूल में उसने मारा, इसने मारा, वह जोर-जोर से रोने लगा। मां ने पूछा कि बेटा, बात क्या थी। बच्चा यही बोला कि मुझे मारा, मुझे मारा। बच्चे ने ये नहीं बताया कि उसने किसी को मां की गाली दी थी, किसी की किताब फाड़ दी थी, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। सदन में कल हमने यही बचकानी हरकत देखी है। कल यहां कहा गया- मुझे इसने मारा, उसने मारा, यहां मारा, वहां मारा। सिम्पैथी हासिल करने के लिए नया ड्रामा खेला गया। जो सच्चाई जानते हैं कि वे हजारों करोड़ रुपए की हेराफेरी में जमानत पर बाहर हैं। ये OBC लोगों को चोर बताने के मामले में सजा काट चुके हैं। इन्हें देश की सर्वोच्च अदालत से गैर-जिम्मेदाराना बयान देने पर माफी मांगनी पड़ी है।'



किसी के भी गले पड़ जाते हैं

बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है ना व्यवहार का ठिकाना होता है. बालक बुद्धि जब पूरी तरह से सवार हो जाती है तो ये सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं. सदन में बैठकर भी आंखें मारते हैं. इनकी सच्चाई पूरा देश समझ गया है. इसलिए देश इनसे कह रहा है- तुमसे नहीं हो पाएगा. तुलसी दासजी कह गए हैं- जुठई लेना, जुठई देना, जुठई भोजन, जुठई चबेना. कांग्रेस ने जूठ को राजनीति का हथियार बनाया. कांग्रेस के मुंह जूठ लग गया है जैसे वो आदमखोर एनिमल होता है न जिसके मुंह पर लहु लग जाता है. वैसे कांग्रेस के मुंह जूठ का खून लग गया है. 



एक जुलाई को खटाखट दिवस

देश ने कल एक जुलाई को खटाखट दिवस भी मनाया है. एक जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8500 रुपये आए कि नहीं आए. झूठ नैरेटिव का परिणाम देखिए, कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया, माताओं-बहनों को हर महीने 8500 रुपये देने का झूठ. माताओं-बहनों के दिल को जो चोट लगी है।



 वह कांग्रेस को तबाह करने वाली है. ईवीएम को लेकर झूठ, संविधान को लेकर झूठ, राफेल को लेकर झूठ, बैंकों को लेकर झूठ. हौसला तो इतना बढ़ गया कि कल सदन को भी गुमराह करने का प्रयास हुआ. अग्निवीर को लेकर भी झूठ बोला गया. कल भरपूर असत्य बोला गया. 




Suggested News